ना काट इन पेड़ों को तू, खुद को तबाही के तरफ तू खींचने लगा है.. ना काट इन पेड़ों को तू, खुद को तबाही के तरफ तू खींचने लगा है..
घोर संघर्ष करता है,अपना अस्तित्व बनाता है। घोर संघर्ष करता है,अपना अस्तित्व बनाता है।
कृत्रिम प्राण वायु की खातिर फिरता तू मारा - मारा I कृत्रिम प्राण वायु की खातिर फिरता तू मारा - मारा I
आओ हम सब मिलकर बदल दें भविष्य का चित्र, प्रकृति को बना लें अपना अभिन्न मित्र। आओ हम सब मिलकर बदल दें भविष्य का चित्र, प्रकृति को बना लें अपना अभिन्न मित्र।
तब भगवान कहेगा, जो तुम्हारे पास है उसे ही नहीं बचा पाये तो मेरे बरसने का क्या फायदा...! तब भगवान कहेगा, जो तुम्हारे पास है उसे ही नहीं बचा पाये तो मेरे बरसने का क्य...
शाख से पत्ते टूटे हैं...। शाख से पत्ते टूटे हैं...।